KURSEONG : कर्सियांग से छह किलोमीटर दूर बोथल साईडिंग स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग-55 से पांच सौ मीटर नीचे स्थित विष्णुमाया थापा का मकान एक सौ फीट ऊपर की ओर से मंगलवार देर रात खिसक कर आए एक बड़े चट्टान से क्षतिग्रस्त हो गया है। घटना में परिवार के एक सदस्य साठ वर्षीय अनु थापा को सामान्य चोटे आई हैं। मकान के रसोई घर का हिस्सा चट्टान से क्षतिग्रस्त हुआ है। इसका जायजा लेने डिप्टी मजिस्ट्रेट ज्योति कुमार घोष सहित गोजमुमो सोनादा तुंग कमेटी के उपाध्यक्ष राजू गुरुंग आदि बुधवार को तड़के पहुंचे। पीड़ित परिवार को ग्राम पंचायत से राहत सामग्री प्रदान कर दी गई है। निम्न चैते पानी में भी इस मकान का आंगन सहित उनकी दुकान भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके मलबे के चपेट में पड़कर एसपी बियाली के मकान के नीचे स्थित घन माया क्षेत्री का मकान भी क्षतिग्रस्त हो गया है। गोजमुमो नेता नूरी शेर्पा अनुसार पीड़ितों को उनके रिस्तेदारों के मकान में रखा गया है। तुरंत उन्हें स्थानीय स्कूल में राहत शिविर बनाकर रखा जाएगा।
दूसरी ओर विगत 20 जून से 23 जून तक लगातार इस क्षेत्र में हो रही वर्षा से कर्सियांग नगरपालिका के वार्ड 3 व 4 क्षेत्र में स्थित देवी झोड़ा के दोनों किनारे में छोटे-छोटे भूस्खलन जाने से इसे प्रभावित किया था। नगरपालिका के आपातकालीन विभाग ने इसके लिए तारपोलिन(त्रिपाल) दिया था। जिससे इस स्थान को ढकने का कार्य किया गया, लेकिन पुन: इसी भूस्खलन में विगत दिनों हुई मूसलाधार बारिश से दोबारा क्षति हो जाने के कारण 'देवी झोड़ा' की भयावह स्थिति हो गई है। ग्राम कल्याण समिति उत्तर पूर्व डुमाराम के अध्यक्ष ने बताया कि इस क्षेत्र में भूस्खलन के चपेट में पड़कर छोटे-बड़े छह-सात पेड़ भी गिर गए हैं। बड़े-बड़े पत्थरों के भी गिर जाने से देवी झोड़ा का मार्ग भी परिवर्तन हो गया है। इसके समीप रहे मकानों, रास्ते सहित इस क्षेत्र में रह रहे ग्राम वासियों के आवागमन करने वाले दोनों पुल में भी खतरा उत्पन्न हो गया है।
-जागरण
दूसरी ओर विगत 20 जून से 23 जून तक लगातार इस क्षेत्र में हो रही वर्षा से कर्सियांग नगरपालिका के वार्ड 3 व 4 क्षेत्र में स्थित देवी झोड़ा के दोनों किनारे में छोटे-छोटे भूस्खलन जाने से इसे प्रभावित किया था। नगरपालिका के आपातकालीन विभाग ने इसके लिए तारपोलिन(त्रिपाल) दिया था। जिससे इस स्थान को ढकने का कार्य किया गया, लेकिन पुन: इसी भूस्खलन में विगत दिनों हुई मूसलाधार बारिश से दोबारा क्षति हो जाने के कारण 'देवी झोड़ा' की भयावह स्थिति हो गई है। ग्राम कल्याण समिति उत्तर पूर्व डुमाराम के अध्यक्ष ने बताया कि इस क्षेत्र में भूस्खलन के चपेट में पड़कर छोटे-बड़े छह-सात पेड़ भी गिर गए हैं। बड़े-बड़े पत्थरों के भी गिर जाने से देवी झोड़ा का मार्ग भी परिवर्तन हो गया है। इसके समीप रहे मकानों, रास्ते सहित इस क्षेत्र में रह रहे ग्राम वासियों के आवागमन करने वाले दोनों पुल में भी खतरा उत्पन्न हो गया है।
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