KALIMPONG->>आंदोलन को टालने पर सभी दिखे सहमत

KALIMPONG : पहाड़ के विकास के लिए प्रदेश की सरकार लगातार सकारात्मक कदम उठा रही है। यहां की मूलभूत समस्याओं को देखकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जो घोषणा की है, उससे सही मायने में क्षेत्र का काफी विकास होगा। इसके अलावा पर्यटन के बढ़ने से लोगों की रोजगार की समस्या दूर होगी। ऐसे समय में सही होगा कि कुछ दिन के लिए अलग राज्य गोरखालैंड के आंदोलन को स्थगित रखा जाए।
यह बातें सोमवार को स्थानीय महकमा पुस्तकालय में आयोजित गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के अर्बन कमेटी की सभा में केंद्रीय समिति सदस्य तारा लोहार लेप्चा ने व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि बीते वर्षो में गोरखालैंड के लिए कई आंदोलन हुए और इस दौरान हजारों लोगों अपनी भूमिका निभाई। इसमें कई कार्यकर्ताओं की मौत हो गई और कई घायल भी हुए। ऐसे में प्रदेश के अंदर नई सरकार ने आने के बाद पहाड़ के प्रति सकारात्मक रवैया अपनाया है और खुद आगे बढ़कर विकास की बात कर रही है। इस लिहाज से कई घोषणा की। इसमें पर्यटन, मूलभूत समस्याओं मसलन पानी, सड़क, बिजली आदि को नई व्यवस्था में शामिल किया गया है। इसके अलावा सीमांकन के लिए नई कमेटी भी घोषित कर दी गई है। यही नहीं श्रमिकों को भी उनका हक दिलाने के लिए पहल की और उच्च स्तरीय समिति बनाई। इसका असर भी दिखाई देने लगा। कुल मिलाकर सरकार पहाड़ से समस्याओं को दूर करना चाहती है और इसके लिए सभी को सकारात्मक रवैया अपनाना होगा। ऐसे में आवश्यक है कि सभी मोर्चा समर्थक कुछ दिनों के इस आंदोलन को ठहराव दें ताकि विकास कार्यो को गति मिल सके। सभा में प्रतिभा राई सहित अन्य लोगों ने विचार व्यक्त किये।

नई शाखा का होगा गठन

KALIMPONG : गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के प्रमुख विमल गुरुंग के निर्देश पर सोमवार को काश्येम प्रशाखा की सभा हुई। इस दौरान आगामी 15 दिन के अंदर नई समिति के गठन को लेकर चर्चा हुई और अवकाश प्राप्त शिक्षक दोर्जी तमांग को इसकी जिम्मेदारी दी गई। इस दौरान गोजमुमो के केंद्रीय समिति सांगठनिक सचिव विजय सुंदास, फ्रांसीस देवान, महिला मोर्चा की महकमा अध्यक्ष सरिता राई, उपाध्यक्ष गोपाल रुचाल, प्रवक्ता कुमार चामलिंग सहित अन्य लोग रहे।

jagran 


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