DARJEELING : महंगाई, मूल्य वृद्धि के खिलाफ लोगों के साथ पार्टियों का गुस्सा फूटने लगा है। बुधवार को यह देखने को मिला। क्रांतिकारी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हिल्स के दार्जिलिंग, कालिम्पोंग, पानीघाटा सहित अन्य क्षेत्रों में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन हुए और वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी का पुतला दहन किया गया और विभिन्न स्थानों पर सभा भी हुई। इस दौरान एक स्वर में नेताओं ने बढ़ती महंगाई के लिए यूपीए सरकार को जिम्मेदार ठहराया और जमकर नारेबाजी की।
हमारे दार्जिलिंग संवाददाता के अनुसार : यहां क्रामाकपा कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकालकर चौक बाजार में वित्त मंत्री का पुतला दहन किया। इस दौरान केंद्रीय प्रवक्ता गोविंद क्षेत्री ने कहा कि इस सरकार के मंत्रियों के पैसे विदेशों में जमा हैं और इसे वापस लाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। यह किसी और कहा नहीं बल्कि आम जनता का पैसा है। इसे भारत वापस लाया जाना चाहिए और इससे अधूरी योजनाओं को पूरा किया जाना चाहिए, ताकि देश का विकास हो सके। आम जनता की भावना को नहीं समझने वाली इस सरकार को केंद्र में रहने का कोई अधिकार नहीं है। महंगाई का विरोध जारी रहेगा और आम जनता को इसके लिए एकजुट किया जाएगा। पुतला दहन से पूर्व क्रामाकपा केंद्रीय कार्यालय से जुलूस निकाला गया और विभिन्न स्थानों से होते हुए यह जुलूस चौक बाजार पहुंचा। इस दौरान दल के कई नेता मौजूद रहे।
हमारे कालिम्पोंग संवाद सूत्र के अनुसार : यहां क्रामाकपा के उपाध्यक्ष जेबी राई, सचिव तारा मणि राई के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने डम्बर चौक पर वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी का पुतला दहन किया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि कांग्रेस का हाथ आम आदमी के साथ कभी भी नहीं रहा। यह सरकार अमीरों के लिए है। इस शासन में गरीबों पर लगातार आफत आ रही है और देश के नुमाइंदे चुप्पी साधे हुए हैं। इससे आवाम की सांसत बढ़ती जा रही है, लेकिन नेताओं के सेहत पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान अपने दोहरे चरित्र को दिखाया है। केंद्र के नेताओं के काले धन विदेशों में जमा हैं और लोकपाल बिल से यह प्रतिनिधि डर रहे हैं क्योंकि यह बिल पारित हो गया तो सबसे ज्यादा खतरा इनके उपर ही आएगा। ऐसे में सरकार के सारे दावों को समझा जा सकता है। सरकार ने महंगाई रोकने के लिए वित्त मंत्री को जिम्मेदारी दी थी, लेकिन वह इसमें असफल रहे। आने वाले दिन में भी महंगाई से निजात मिलने की उम्मीद नहीं दिखाई दे रही है। मूल्य वृद्धि में कमी आई तो इस सरकार का विरोध जारी रहेगा। हमारे पानीघाटा संवाद सूत्र के अनुसार : पेट्रोल व घरेलू गैस में बढ़ोत्तरी व बढ़ती महंगाई के विरोध में यहां स्थानीय आंचलिक कमेटी की ओर से जुलूस निकाला गया और वित्त मंत्री व पेट्रोलियम मंत्री का पुतला दहन किया। इस दौरान केंद्रीय सदस्य कैलाश खवास ने कहा कि यह सरकार जन विरोधी है और आम आदमी से इसका कोई वास्ता नहीं रह गया है। अपने दावों को यूपीए सरकार ने स्वयं खोखला साबित कर दिया है।
हमारे दार्जिलिंग संवाददाता के अनुसार : यहां क्रामाकपा कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकालकर चौक बाजार में वित्त मंत्री का पुतला दहन किया। इस दौरान केंद्रीय प्रवक्ता गोविंद क्षेत्री ने कहा कि इस सरकार के मंत्रियों के पैसे विदेशों में जमा हैं और इसे वापस लाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। यह किसी और कहा नहीं बल्कि आम जनता का पैसा है। इसे भारत वापस लाया जाना चाहिए और इससे अधूरी योजनाओं को पूरा किया जाना चाहिए, ताकि देश का विकास हो सके। आम जनता की भावना को नहीं समझने वाली इस सरकार को केंद्र में रहने का कोई अधिकार नहीं है। महंगाई का विरोध जारी रहेगा और आम जनता को इसके लिए एकजुट किया जाएगा। पुतला दहन से पूर्व क्रामाकपा केंद्रीय कार्यालय से जुलूस निकाला गया और विभिन्न स्थानों से होते हुए यह जुलूस चौक बाजार पहुंचा। इस दौरान दल के कई नेता मौजूद रहे।
हमारे कालिम्पोंग संवाद सूत्र के अनुसार : यहां क्रामाकपा के उपाध्यक्ष जेबी राई, सचिव तारा मणि राई के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने डम्बर चौक पर वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी का पुतला दहन किया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि कांग्रेस का हाथ आम आदमी के साथ कभी भी नहीं रहा। यह सरकार अमीरों के लिए है। इस शासन में गरीबों पर लगातार आफत आ रही है और देश के नुमाइंदे चुप्पी साधे हुए हैं। इससे आवाम की सांसत बढ़ती जा रही है, लेकिन नेताओं के सेहत पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान अपने दोहरे चरित्र को दिखाया है। केंद्र के नेताओं के काले धन विदेशों में जमा हैं और लोकपाल बिल से यह प्रतिनिधि डर रहे हैं क्योंकि यह बिल पारित हो गया तो सबसे ज्यादा खतरा इनके उपर ही आएगा। ऐसे में सरकार के सारे दावों को समझा जा सकता है। सरकार ने महंगाई रोकने के लिए वित्त मंत्री को जिम्मेदारी दी थी, लेकिन वह इसमें असफल रहे। आने वाले दिन में भी महंगाई से निजात मिलने की उम्मीद नहीं दिखाई दे रही है। मूल्य वृद्धि में कमी आई तो इस सरकार का विरोध जारी रहेगा। हमारे पानीघाटा संवाद सूत्र के अनुसार : पेट्रोल व घरेलू गैस में बढ़ोत्तरी व बढ़ती महंगाई के विरोध में यहां स्थानीय आंचलिक कमेटी की ओर से जुलूस निकाला गया और वित्त मंत्री व पेट्रोलियम मंत्री का पुतला दहन किया। इस दौरान केंद्रीय सदस्य कैलाश खवास ने कहा कि यह सरकार जन विरोधी है और आम आदमी से इसका कोई वास्ता नहीं रह गया है। अपने दावों को यूपीए सरकार ने स्वयं खोखला साबित कर दिया है।
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