DARJEELING,JULY 3 : क्रांतिकारी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता गोविंद क्षेत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार जिस तेजी से कार्य कर रही है, उससे लग रहा है कि वह लोगों की समस्याओं को जड़ से खत्म करना चाहती है। इस बीच सरकार ने कोलकाता में 40 वर्ष पुराने चर्चित सालबनी कांड के न्यायिक जांच के आदेश दिये हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर अलग राज्य गोरखालैंड के प्रति भी सकारात्मक रवैया अपनाने की मांग की जाएगी।
उन्होंने कहा गोरखालैंड की मांग सौ वर्षो से भी पुरानी है और इसको लेकर राजनीति के बजाय इसके पक्ष में कार्य किये जाने की आवश्यकता है। इस लिहाज से गोरखा समुदाय की भावना का आदर किया जाना चाहिए और इस मांग पर विचार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के उम्मीदवारों ने कहा था कि वह चुनाव जीत के बाद वह विधानसभा में अलग राज्य गोरखालैंड के लिए आवाज उठाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस दल के नेताओं ने आम जनता को धोखा दे दिया। इस दल ने लोगों की भावना का आदर नहीं किया और उनके सम्मान को ठेस पहुंचाई। इसका जवाब उन्हें जनता तो देगी ही, लेकिन पहाड़ के स्थानीय दल भी अपनी भूमिका निभाएंगे। इस लिए तय किया गया है कि शीघ्र ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को शीघ्र ही पत्र लिखकर गोरखालैंड के गठन पर विचार करने और इस बाबत स्थानीय दलों से बातचीत का आग्रह किया जाएगा। इस बाबत राज्य सरकार से पहल करने की मांग की जाएगी। इसके अलावा अखिल भारतीय गोरखालीग के पूर्व अध्यक्ष मदन तमांग की हत्या की जांच के क्रम में हत्या आरोपियों को पकड़ने में तेजी लाने की भी मांग की जाएगी। पत्र भेजे जाने की तैयारी की जा रही है और यह कई बिंदुओं पर आधारित होगा।
-जागरण
उन्होंने कहा गोरखालैंड की मांग सौ वर्षो से भी पुरानी है और इसको लेकर राजनीति के बजाय इसके पक्ष में कार्य किये जाने की आवश्यकता है। इस लिहाज से गोरखा समुदाय की भावना का आदर किया जाना चाहिए और इस मांग पर विचार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के उम्मीदवारों ने कहा था कि वह चुनाव जीत के बाद वह विधानसभा में अलग राज्य गोरखालैंड के लिए आवाज उठाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस दल के नेताओं ने आम जनता को धोखा दे दिया। इस दल ने लोगों की भावना का आदर नहीं किया और उनके सम्मान को ठेस पहुंचाई। इसका जवाब उन्हें जनता तो देगी ही, लेकिन पहाड़ के स्थानीय दल भी अपनी भूमिका निभाएंगे। इस लिए तय किया गया है कि शीघ्र ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को शीघ्र ही पत्र लिखकर गोरखालैंड के गठन पर विचार करने और इस बाबत स्थानीय दलों से बातचीत का आग्रह किया जाएगा। इस बाबत राज्य सरकार से पहल करने की मांग की जाएगी। इसके अलावा अखिल भारतीय गोरखालीग के पूर्व अध्यक्ष मदन तमांग की हत्या की जांच के क्रम में हत्या आरोपियों को पकड़ने में तेजी लाने की भी मांग की जाएगी। पत्र भेजे जाने की तैयारी की जा रही है और यह कई बिंदुओं पर आधारित होगा।
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