MIRIK: संवाद सूत्र: मिरिक में अलग ढंग से शहीद दिवस मनाने के लिए गोजमुमो की स्थानीय इकाई तत्पर है। रविवार से ही मिरिक झील परिसर में स्थित शहीद वेदी व परिसर की साफ-सफाई का कार्य शुरु हो गया। सफाई अभियान को गैरसरकारी संस्था सचेत मंच ने अंजाम दिया था। गोरखालैंड टेरीटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) में हस्ताक्षर के बाद गोजमुमो ने विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी नए ढंग से शहीद दिवस मनाने का निर्णय लिया है।
ज्ञात हो कि वर्ष 1986 में गोरखालैंड के लिए हुए प्रथम आंदोलन के समय मिरिक से 9 लोग और सौरेनी क्षेत्र से 5 लोग शहीद हुए थे। उनकी स्मृति में प्रत्येक गांव में शहीद बेदी का निर्माण कर हर वर्ष 27 जुलाई को शहीद दिवस मनाया जाता है।
ज्ञात हो कि वर्ष 1986 में गोरखालैंड के लिए हुए प्रथम आंदोलन के समय मिरिक से 9 लोग और सौरेनी क्षेत्र से 5 लोग शहीद हुए थे। उनकी स्मृति में प्रत्येक गांव में शहीद बेदी का निर्माण कर हर वर्ष 27 जुलाई को शहीद दिवस मनाया जाता है।
बारिश से जनजीवन प्रभावित
MIRIK, संवाद सूत्र: लगातार हो रही बारिश के कारण मिरिक क्षेत्र का जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। बारिश के कारण क्षेत्र के कतिपय स्थानों पर भूधंसान होने की सूचना मिली है। यद्यपि कहीं से कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। इधर, मानसून के कारण पर्यटन केंद्र में सैलानियों की संख्या भी काफी बढ़ी है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश के कारण लोग चिंतित हैं। क्षेत्र के अधिकांश गांव पहाड़ के नीचे होने के कारण लोगों में भूस्खलन का भय रहता है। ज्ञात हो कि कुछ वर्ष पूर्व भूस्खलन से घैयाबारी चाय बागान क्षेत्र में 24 लोगों की जान चली गई थी। जिससे लोग अभी भी भयभीत रहते हैं।
(फोटो मिरिक -2- मिरिक में बारिश के कारण छाते का सहारा लिए लोग।)
(फोटो मिरिक -2- मिरिक में बारिश के कारण छाते का सहारा लिए लोग।)
Post a Comment
We love to hear from you! What's on your mind?