DARJEELING : तराई-डुवार्स के चाय बागानों में कार्यरत श्रमिकों को उनके हक को दिलाने के लिए संघर्ष किया जाएगा। दार्जिलिंग तराई-डुवार्स चाय कमान मजदूर यूनियन आंदोलन करेगा। श्रमिकों के हितों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
यह जानकारी सोमवार को बातचीत के दौरान यूनियन के केंद्रीय अध्यक्ष केवी सुब्बा ने दी। उन्होंने बताया कि श्रमिक कई वर्षो से अपने हित व हक के लिए तरस रहे हैं। उनके साथ अन्याय हो रहा है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इनका जन्म और मृत्यु इसी जमीन पर हो रहा है, लेकिन वह जमीन उन्हें नहीं मिल रही है। यह उनका अधिकार है और कानून में भी इसका जिक्र है। यह अन्याय और अत्याचार की श्रेणी में आता है। 25 जून 1955 को इसी तरह आंदोलन के दौरान पुलिस कर्मियों ने श्रमिकों पर गोलियां बरसा दी और इसका परिणाम हुआ कि छह श्रमिकों की इसमें मौत हो गई। ऐसे में तय किया गया है कि श्रमिकों के हितों के लिए हर स्तर पर संघर्ष किया जाएगा और इससे कोई समझौता नहीं किया जाएगा। शीघ्र ही आंदोलन की घोषणा की जाएगी और इसमें श्रमिकों को शामिल करके वृहद प्रदर्शन किया जाएगा। श्रमिकों को उनकी जमीन का पट्टा दिलाकर ही दम लिया जाएगा।
-Jagran
यह जानकारी सोमवार को बातचीत के दौरान यूनियन के केंद्रीय अध्यक्ष केवी सुब्बा ने दी। उन्होंने बताया कि श्रमिक कई वर्षो से अपने हित व हक के लिए तरस रहे हैं। उनके साथ अन्याय हो रहा है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इनका जन्म और मृत्यु इसी जमीन पर हो रहा है, लेकिन वह जमीन उन्हें नहीं मिल रही है। यह उनका अधिकार है और कानून में भी इसका जिक्र है। यह अन्याय और अत्याचार की श्रेणी में आता है। 25 जून 1955 को इसी तरह आंदोलन के दौरान पुलिस कर्मियों ने श्रमिकों पर गोलियां बरसा दी और इसका परिणाम हुआ कि छह श्रमिकों की इसमें मौत हो गई। ऐसे में तय किया गया है कि श्रमिकों के हितों के लिए हर स्तर पर संघर्ष किया जाएगा और इससे कोई समझौता नहीं किया जाएगा। शीघ्र ही आंदोलन की घोषणा की जाएगी और इसमें श्रमिकों को शामिल करके वृहद प्रदर्शन किया जाएगा। श्रमिकों को उनकी जमीन का पट्टा दिलाकर ही दम लिया जाएगा।
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