" 27 से आंदोलन का ऐलान, गोजमुमो बंद करे शामिल कराने का नाटक "
SILIGURI,जागरण प्रतिनिधि : क्रामाकपा नई व्यवस्था गोरखालैंड टेरीटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन का विरोध किए बगैर ही गोरखालैंड का गठन करने के लिए आंदोलन करेगी। यह बातें क्रामाकपा के केंद्रीय प्रवक्ता गोविंद क्षेत्री ने विशेष बातचीत में कही। उन्होंने गोरखालैंड का गठन करने के लिए 27 जुलाई से आंदोलन करने की घोषणा क्रामाकपा पहले ही कर चुकी है। उन्होंने कहा कि हम विकास विरोधी नहीं हैं। परन्तु देश के विभिन्न क्षेत्र में सदियों से रह रहे गोरखाओं की अपनी पहचान के लिए गोरखालैंड होना जरूरी है। इसके लिए क्रामाकपा 27 जुलाई से आंदोलन करेगा। हिल्स माकपा ने गोरखालैंड के लिए वर्ष 95 में ही माकपा से नेता तोड़ दिया था तथा गोरखालैंड राज्य के लिए क्रामाकपा का गठन किया तथा तभी से आंदोलनरत है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2000 में तत्कालीन राज्यसभा सदस्य तमांग दावा लामा ने राज्यसभा सदन में गोरखालैंड की मांग के लिए आवाज उठाई, इतना ही नहीं वर्ष 2000 में झारखंड , उत्तरांचल व छत्तीसगढ†ा का गठन हुआ उस समय तत्कालीन राज्यसभा सांसद तमांग दावा लामा ने गोरखालैंड के लिए निजी बिल भी प्रस्तुत किया मगर उसे पटल पर रखने की अनुमति नहीं मिली। गोविंद क्षेत्री सवालिया लहजे में कहा कि गोजमुमो का सदस्य बनने के लिए लोगों को कितनी बार गोजमुमो का झंडा थामना होगा। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि गोजमुमो में शामिल करने की सोची समझी नौटंकी हो रही है। क्रामाकपा केंद्रीय प्रवक्ता क्षेत्री ने कहा कि जीटीए विकास की एजेंसी है। इसीलिए हम इसका विरोध नहीं कर रहे है। विकास कार्य जितना कराने हों कराएं मगर कार्य निष्पक्ष ढंग से होना चाहिए।
Post a Comment
We love to hear from you! What's on your mind?