KALIMPONG : क्रांतिकारी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के आंचलिक कमेटी के प्रवक्ता मोहन पौड़याल ने कहा कि संतोष सुब्बा की गिरफ्तारी से छत्रे सुब्बा की रिहाई पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। पार्टी छत्रे सुब्बा की रिहाई के लिए प्रयासरत है और गिरफ्तारी से इस मसले पर कोई असर नहीं पड़ने दिया जाएगा। संतोष सुब्बा को बम विस्फोट में अभियुक्त बनाया गया है, लेकिन क्रामाकपा हथियार बंद आंदोलन में विश्वास नहीं रखता है। पार्टी गणतांत्रिक तरीके से आंदोलन करता रहेगा।
मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी सरकारी बसों को आंदोलन के दौरान जलाया गया और सरकारी संपत्तियों को भी नष्ट कर दिया गया, लेकिन आरोपियों को पकड़ने के बजाय किसी को उठाकर बंद कर देना उचित नहीं है। प्रशासन को शरारती तत्वों को पकड़ना चाहिए और पहाड़ में शांति व्यवस्था लागू कराने का प्रयास करना चाहिए। संतोष सुब्बा की गिरफ्तारी यदि राजनीतिक षड़यंत्र है तो इसे क्रामाकपा स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि बम विस्फोट में की गई गिरफ्तारी के पीछे प्रदेश सरकार का हाथ है और इस उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह गोरखाओं की भावना के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और इसका जवाब देने में गोरखा समुदाय सक्षम है। दूसरी ओर, पार्टी के आंचलिक अध्यक्ष किशोर प्रधान ने कहा कि क्रांतिकारी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी का गणतंत्र में विश्वास है और हिंसक आंदोलन को पार्टी स्वीकार नहीं करती है। यह पार्टी के आंदोलन को प्रभावित करने की साजिश है और इससे कोई असर नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अलग राज्य गोरखालैंड और छत्रे सुब्बा की रिहाई के लिए आंदोलन जारी रहेगा।
~जागरण
मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी सरकारी बसों को आंदोलन के दौरान जलाया गया और सरकारी संपत्तियों को भी नष्ट कर दिया गया, लेकिन आरोपियों को पकड़ने के बजाय किसी को उठाकर बंद कर देना उचित नहीं है। प्रशासन को शरारती तत्वों को पकड़ना चाहिए और पहाड़ में शांति व्यवस्था लागू कराने का प्रयास करना चाहिए। संतोष सुब्बा की गिरफ्तारी यदि राजनीतिक षड़यंत्र है तो इसे क्रामाकपा स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि बम विस्फोट में की गई गिरफ्तारी के पीछे प्रदेश सरकार का हाथ है और इस उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह गोरखाओं की भावना के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और इसका जवाब देने में गोरखा समुदाय सक्षम है। दूसरी ओर, पार्टी के आंचलिक अध्यक्ष किशोर प्रधान ने कहा कि क्रांतिकारी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी का गणतंत्र में विश्वास है और हिंसक आंदोलन को पार्टी स्वीकार नहीं करती है। यह पार्टी के आंदोलन को प्रभावित करने की साजिश है और इससे कोई असर नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अलग राज्य गोरखालैंड और छत्रे सुब्बा की रिहाई के लिए आंदोलन जारी रहेगा।
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