Kurseong, निज संवाददाता : गोरखालैंड गोरखा समुदाय की अस्मिता से जुड़ा मुद्दा है। इस पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। गोजमुमो प्रत्याशियों ने विधानसभा चुनाव में जीत की तो इस मसले पर विधानसभा चुनाव में आवाज उठाई जाएगी।
यह बातें गुरुवार को गोजमुमो के केंद्रीय प्रचार-प्रसार सचिव और कर्सियांग से प्रत्याशी रहे डॉ. रोहित शर्मा ने कहीं। उन्होंने बताया कि मोर्चा ने इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है और इस विषय पर सभी लोग व पदाधिकारी एक हैं। अलग राज्य गठन हुए बिना गोरखा समुदाय का भला नहीं हो सकता है और इसके लिए जरूरी है कि सभी गोरखा एक हों। उन्होंने कहा कि गोरखाओं के बीच फूट डालने के लिए छठी अनुसूची को लागू कराने का प्रयास किया जा रहा है। इसका दुष्प्रभाव पड़ेगा और विकास की बजाय हिल्स पिछड़ता जाएगा। हालांकि एक बात यह भी तय है कि छठी अनुसूची का पूर्व में काफी विरोध भी हो चुका है और इसे लागू नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गोरखालैंड के गठन के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। अलग राज्य से गोरखाओं को पहचान मिलेगी और विकास कार्यो में भी तेजी आएगी। इस समय पहाड़ के लोग पूरे भारत में विभिन्न स्थानों पर सुरक्षा दे रहे हैं। इसके बावजूद आज भी उन्हें वह सम्मान नहीं मिला है और गोरखालैंड के बिना यह संभव भी नहीं है। इसके गठन से तमाम समस्याओं का निदान होगा और गोरखाओं को पहचान मिलेगी।
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