Darjeeling: खाली पदों को भरे जाने व विद्यार्थियों की विभिन्न समस्याओं को लेकर गोरखा प्राइमरी टीचर्स आर्गेनाइजेशन (जीपीटीओ) के कार्यकर्ताओं का दार्जिलिंग गोरखा पार्वत्य परिषद कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन बुधवार को भी जारी रहा। इस दौरान कार्यालय पर भारी फोर्स रही और वक्ताओं ने मांगें पूरी नहीं होने तक आंदोलन की चेतावनी दी है।
उन्होंने कहा कि रिक्त पदों पर नियुक्ति नहीं होने से पढ़ाई का कार्य भी प्रभावित हो रहा है। इसे दूर करने की जरूरत है। पिछले दिनों कई शिक्षकों ने सेवानिवृति ले ली। इसके कारण कई पद खाली हो गए और छात्रों को पढ़ाने वाला कोई नहीं है। ऐसे में शिक्षा व्यवस्था का हाल समझा जा सकता है। इन पदों को भरने के लिए कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। यह सीधे तौर पर लापरवाही है और इसमें देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके अलावा छात्रों को स्कूलों में पाठ्य पुस्तकें नहीं मिली हैं और इसके कारण उनका अध्ययन-अध्यापन प्रभावित हो रहा है। इससे उनकी पढ़ाई बर्बाद होगी और इसके लिए सीधे तौर पर विभाग होगा। यह आंदोलन अभी जारी रहेगा और विभिन्न क्षेत्रों की कमेटी के कार्यकर्ता इसमें भाग लेंगे। गौरतलब है कि मंगलवार को धरना-प्रदर्शन के बाद कार्यकर्ताओं की अधिकारियों की साथ बैठक हुई थी लेकिन निर्णय को लेकर अभी तक कोई सूचना नहीं मिल सकी है।
अस्थायी कर्मियों की सभा
Mirik : दागोपाप कर्मचारी संगठन की बुधवार को आर एन राई की अध्यक्षता में सभा हुई। इसमें वक्ताओं ने कहा कि दागोपाप के अस्थायी कर्मचारियों को जनमुक्ति अस्थायी कर्मचारी संगठन के कर्मियों को केवल राजनीति के ढाल के रूप में प्रयोग किया जा रहा है। यह तय हुआ कि अस्थायी कर्मियों को स्थायी करने, कर्मियों की दोबारा बहाली और अस्थायी कर्मियों को रिक्त पदों पर रखा जाए। इस बीच संगठन के केंद्रीय उपाध्यक्ष पदम थामी ने यह भी घोषणा की कि सात मई को व्यवसायी संगठन भवन में मिरिक ब्रांच की कमेटी का गठन किया जाएगा।
जनता को बरगलाने से बाज आएं घीसिंग
जनता को बरगलाने से बाज आएं घीसिंग
Kurseong: विभिन्न चाय बगानों की ओर से रुद्र योन्जन की अध्यक्षता में गोजमुमो की चुनावी समीक्षा सभा हुई। इसमें वक्ताओं ने कहा कि गोरामुमो पार्टी छठी अनुसूची के बाद गोरखालैंड की बात कर रहा है, लेकिन यह संभव नहीं है। इसका मुख्य कारण 22 अगस्त 1988 साल में गोरखा राष्ट्रीय मुक्ति मोर्चा सुप्रीमो सुभाष घीसिंग ने दागोपाप पर समझौता करते वक्त हमेशा के लिए गोरखालैंड की मांग को ड्राप कर दिया था। उन्होंने कहा कि गोरामुमो वर्तमान में छठी अनुसूचि की बात करके जनता को गुमराह करने व क्षेत्र में अशांति फैलाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि गोरामुमो प्रमुख साधारण जनता को गुमराह करने का कार्य नहीं करें। अभी गोजमुमो का आंदोलन बाकी है। सभा को कर्सियांग महकमा कमेटी के उपाध्यक्ष कमल थापा, राजू गुरूंग, आर.बी. लामा, अनोज थापा, रवि खवास, रूद्र योन्जन आदि ने संबोधित किया।
चुनाव परिणाम बाद जाएंगे उच्च न्यायालय : शिव कुमार राई
Darjeeling: भारतीय गोरखा भूतपूर्व सैनिक मोर्चा के महासचिव पूर्व कैप्टन शिव कुमार राई ने कहा कि प्रदेश की सरकार सूचना के अधिकार को लेकर संवेदनशील नहीं है। तीन वर्ष पूर्व सिलीगुड़ी में पूर्व सैनिकों पर हुए लाठीचार्ज की घटना की जांच में लापरवाही बरतने के बाद अन्य बिंदुओं पर दो बार डाली गई सूचना के अधिकार के तहत याचिका पर इस सरकार ने अब तक कोई जवाब नहीं दिया है। ऐसे में मोर्चा ने तय किया है कि चुनाव परिणाम आने के बाद उच्च न्यायालय में इस मामले को लेकर याचिका दायर की जाएगी।
उन्होंने बुधवार को बातचीत के दौरान कहा कि घटना के बाद सरकार ने एमएल मीना के नेतृत्व में आयोग का गठन जांच के लिए किया था। इस आयोग की जांच रिपोर्ट का अब तक खुलासा नहीं किया गया है और इस बाबत हमेशा हीलाहवाली बरती जाती है। इस रिपोर्ट को लेकर सरकार हर बार आनाकानी कर रही है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस बाबत दो बार सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी गई, लेकिन सरकार के दबाव के चलते रिपोर्ट नहीं दी जा रही है। यह सीधे तौर पर भारतीय कानून का उल्लंघन है और इसका जवाब मोर्चा लेकर रहेगा। भूतपूर्व सैनिक मोर्चा के कार्यकर्ता जायज मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे और इस दौरान उन्हें बर्बरता पूर्वक पीटा गया। इसको लेकर सरकार ने उस समय आश्वस्त किया था कि दोषियों के खिलाफ वह कार्रवाई करेगी, लेकिन अब भी दोषी आजाद होकर घूम रहे हैं। उन्होंने बताया कि 13 मई को विधानसभा चुनाव के परिणाम आ जाने के बाद इस मामले में कोलकाता उच्च न्यायालय में याचिका दायर की जाएगी और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जाएगी।
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