DARJEELING : समाजसेवी अन्ना हजारे की गिरफ्तारी के बाद से हिल्स में राजनीति गर्म हो गई है। क्रामाकपा ने कांग्रेस के कदम को अलोकतांत्रिक तो गोजमुमो के केंद्रीय प्रवक्ता व विधायक डॉ. रोहित शर्मा ने अन्ना को समर्थन जताया है। उन्होंने कहा कि पूरा देश इस समय भ्रष्टाचार की जद में है और इससे मुक्ति दिलाने का रास्ता टीम अन्ना के पास है।
क्रांतिकारी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष आरबी राई ने कहा कि समाज सेवी अन्ना हजारे का विरोध वही लोग कर रहे हैं, जिन्हें इससे खतरा है या होने की संभावना है। जन लोकपाल काफी प्रभावी होगा और इसका स्वरूप वहीं होना चाहिए, जो अन्ना चाहते हैं। ऐसा नहीं हुआ तो अन्ना का विरोध जायज है और इसमें उनके साथ क्रामाकपा के सभी कार्यकर्ता साथ हैं। उन्होंने कहा कि अन्ना का प्रस्तावित बिल जनता के हित में है और ऐसे ताकतवर बिल को बनाए जाने के दौरान आम लोगों को विश्वास में लिया जाना चाहिए। ऐसा नहीं करना सीधे तौर पर केंद्र सरकार की मनमानी को दर्शाता है। एक बात यह भी साबित हो रही है कि सरकार को भी इससे खतरा था और इसीलिए इस बिल को आनन-फानन में जैसे-तैसे बना दिया गया। इस बिल को तभी मंजूरी दी जाएगी जब अन्ना इस पर अपनी मुहर लगाएंगे। इस बिल को पारित कराने के पीछे सिर्फ यह मकसद है कि देश से भ्रष्टाचार खत्म हो और लोगों के विकास की राजनीति हो। आरबी राई ने जन लोकपाल बिल पर अपना समर्थन जताते हुए स्पष्ट किया कि क्रामाकपा इस मुद्दे पर जनजागरण अभियान चलाएगी और अन्ना हजारे के आंदोलन में अपना साथ देगी। केंद्र को यह जान लेना चाहिए कि अब समय बदल चुका है और लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए अब कोई समझौता नहीं करेंगे। ऐसे में जन लोकपाल की मांग को हर समर्थन दिया जाएगा। सरकार जानबूझकर 16 अगस्त को होने वाले प्रदर्शन को लेकर अड़ंगा लगा रही है और इस आंदोलन को प्रभावित करने की मंशा भी उसकी साफ हो गई है। दूसरी ओर विधायक रोहित शर्मा ने कहा कि इस समय पूरा देश भ्रष्टाचार की गिरफ्त में है और इससे मुक्ति दिलाने के लिए एक सशक्त बिल की आवश्यकता है। ऐसे में जन लोकपाल कारगर साबित होगा। इसके लिए मोर्चा अन्ना का नैतिक समर्थन करती है।
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