Darjeeling,May 7 : क्रांतिकारी मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता गोविंद क्षेत्री ने कहा कि गोरखा जनमुक्ति मोर्चा लालची लोगों की पार्टी है। यह दल अपने मतलब के लिए कुछ भी कर सकती है। इसके नेताओं की नीयत साफ नहीं है और यह अपने हित के आगे किसी के हित के बारे में नहीं सोचते हैं।
शुक्रवार को पार्टी के विजनबाड़ी कार्यालय में आंचलिक कमेटी की ओर से आयोजित मई दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि क्रामाकपा अलग राज्य गोरखालैंड के गठन के लिए संकल्पित थी और इसके लिए तय हुआ था कि चुनाव में प्रत्याशियों की घोषणा साथ बैठकर की जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बिना बैठक किये बगैर गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी और बता दिया कि वह अपने हित के आगे किसी के बारे में नहीं सोचता है। यह कुर्सी के दीवानों की पार्टी है और सही मायने में जनता के सामने इनका रूप सामने आना शुरू हो गया है। क्रामाकपा केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष एमेल लामा ने कहा कि सेटअप और छठी अनुसूची से गोरखा समुदाय को पहचान नहीं मिलने वाली है। यह बात वह भी भलिभांति समझते हैं और गोरखालैंड के मुद्दे पर सभी एक हो रहे हैं। क्योंकि गोरखालैंड से उन्हें पहचान मिलेगी और उनका विकास होगा। इससे पूर्व मई दिवस पर योगदान देने वाले शहीदों को याद किया गया और श्रमिकों के हित में लड़ने के संकल्प को दोहराया गया। कार्यक्रम में केवी राई, अरुण क्षेत्री, एम के शर्मा सहित अन्य लोगों ने विचार व्यक्त किये। संचालन सुशील देवान ने किया।
शुक्रवार को पार्टी के विजनबाड़ी कार्यालय में आंचलिक कमेटी की ओर से आयोजित मई दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि क्रामाकपा अलग राज्य गोरखालैंड के गठन के लिए संकल्पित थी और इसके लिए तय हुआ था कि चुनाव में प्रत्याशियों की घोषणा साथ बैठकर की जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बिना बैठक किये बगैर गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी और बता दिया कि वह अपने हित के आगे किसी के बारे में नहीं सोचता है। यह कुर्सी के दीवानों की पार्टी है और सही मायने में जनता के सामने इनका रूप सामने आना शुरू हो गया है। क्रामाकपा केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष एमेल लामा ने कहा कि सेटअप और छठी अनुसूची से गोरखा समुदाय को पहचान नहीं मिलने वाली है। यह बात वह भी भलिभांति समझते हैं और गोरखालैंड के मुद्दे पर सभी एक हो रहे हैं। क्योंकि गोरखालैंड से उन्हें पहचान मिलेगी और उनका विकास होगा। इससे पूर्व मई दिवस पर योगदान देने वाले शहीदों को याद किया गया और श्रमिकों के हित में लड़ने के संकल्प को दोहराया गया। कार्यक्रम में केवी राई, अरुण क्षेत्री, एम के शर्मा सहित अन्य लोगों ने विचार व्यक्त किये। संचालन सुशील देवान ने किया।
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