Darjeeling, जागरण प्रतिनिधि : गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता डॉ. हर्क बहादुर क्षेत्री ने कहा कि क्रामाकपा को गोजमुमो की कार्यशैली पर सवाल उठाने की बजाय अपने उपर ध्यान देने की जरूरत है। चुनाव से भागने वाले इस दल को अपने दल के उपर चिंतन करने की आवश्यकता है।
शनिवार को बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि यह डरपोक पार्टी है। ऐसा नहीं है तो इस दल ने विधानसभा चुनाव में भाग क्यों नहीं लिया। क्रामाकपा के नेता सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करने के अलावा कुछ नहीं करते हैं। जहां तक गोजमुमो की बात है, इस दल को कुछ बताने की जरूरत नहीं है। मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने गोरखालैंड के लिए अपने जान की आहुति दे दी और कई लोग अब तक घायल हो चुके हैं। गोजमुमो ने सड़क से संसद तक आंदोलन किया और मजबूर होकर सरकार ने उसे वार्ता के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि वह चुनाव में डटकर और मजबूती से लड़े और जनता ने उन्हें पूरा सम्मान और प्यार दिया। इसका परिणाम होगा कि इस विधानसभा चुनाव में गोजमुमो के सभी उम्मीदवार चुनाव में जीत हासिल करेंगे और विधानसभा में गोरखालैंड के लिए आवाज बुलंद की जाएगी। आगे की रणनीति पर उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में गोजमुमो का आंदोलन जारी रहेगा और गोरखालैंड के नाम पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। क्रामाकपा के मुद्दे पर वापस आते हुए उन्होंने कहा कि यह दल सिर्फ गोरखालैंड की बात करता है और इसके नाम पर इस दल ने आज तक कुछ नहीं किया है। यह पहाड़ की जनता जानती है और इसके परिणाम से ही इस दल ने चुनाव में भाग नहीं लिया। उन्होंने कहा कि राज्य में सरकार बनने के बाद गोजमुमो का आंदोलन फिर शुरू होगा और इसके लिए भारी जनसमर्थन जुटाया जाएगा।
शनिवार को बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि यह डरपोक पार्टी है। ऐसा नहीं है तो इस दल ने विधानसभा चुनाव में भाग क्यों नहीं लिया। क्रामाकपा के नेता सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करने के अलावा कुछ नहीं करते हैं। जहां तक गोजमुमो की बात है, इस दल को कुछ बताने की जरूरत नहीं है। मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने गोरखालैंड के लिए अपने जान की आहुति दे दी और कई लोग अब तक घायल हो चुके हैं। गोजमुमो ने सड़क से संसद तक आंदोलन किया और मजबूर होकर सरकार ने उसे वार्ता के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि वह चुनाव में डटकर और मजबूती से लड़े और जनता ने उन्हें पूरा सम्मान और प्यार दिया। इसका परिणाम होगा कि इस विधानसभा चुनाव में गोजमुमो के सभी उम्मीदवार चुनाव में जीत हासिल करेंगे और विधानसभा में गोरखालैंड के लिए आवाज बुलंद की जाएगी। आगे की रणनीति पर उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में गोजमुमो का आंदोलन जारी रहेगा और गोरखालैंड के नाम पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। क्रामाकपा के मुद्दे पर वापस आते हुए उन्होंने कहा कि यह दल सिर्फ गोरखालैंड की बात करता है और इसके नाम पर इस दल ने आज तक कुछ नहीं किया है। यह पहाड़ की जनता जानती है और इसके परिणाम से ही इस दल ने चुनाव में भाग नहीं लिया। उन्होंने कहा कि राज्य में सरकार बनने के बाद गोजमुमो का आंदोलन फिर शुरू होगा और इसके लिए भारी जनसमर्थन जुटाया जाएगा।
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